छत्तीसगढ़ में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने साय सरकार की बड़ी पहल, खाद-बीज की आपूर्ति पर विशेष फोकस

रायपुर। छत्तीसगढ़ को “धान का कटोरा” कहे जाने का गौरव दिलाने वाले किसानों के सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ी पहल की है।

सरकार ने खरीफ 2025-26 के पहले ही किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी है। राज्य में अब तक 9.13 लाख मीट्रिक टन उर्वरक और 6.39 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध कराया गया है, जो मांग का 67 और 114 प्रतिशत है।

साय सरकार ने डीएपी की कमी को देखते हुए नैनो डीएपी, एनपीके और एसएसपी जैसे विकल्पों को बढ़ावा दिया है। साथ ही सहकारी समितियों को तकनीकी रूप से मजबूत कर खाद-बीज की डिजिटल इन्वेंट्री प्रणाली लागू की गई है। ड्रोन, जीआईएस और वॉचडॉग समितियों से वितरण पर निगरानी की जा रही है।

बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 1,200 बीज उत्पादन केंद्र बनाए गए हैं और किसानों को प्रमाणित बीज ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। खाद-बीज वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए ई-खाद वितरण पोर्टल और कृषि समाधान कॉल सेंटर भी शुरू किया गया है।

सरकार ने लघु व सीमांत किसानों के लिए खाद पर 25% सब्सिडी और बीज पर 50% सहायता देने की योजना लागू की है। केसीसी योजना से अब तक 6588 किसानों को 34 करोड़ रुपये का ऋण मिला है। आदिवासी क्षेत्रों में विशेष शिविरों के माध्यम से खाद-बीज पहुँचाया गया है। सरकार ‘एक जिला, एक बीज बैंक’ योजना और फर्टिलाइज़र ट्रैकिंग ऐप जैसे नवाचारों पर भी कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री का उद्देश्य है – आत्मनिर्भर किसान, समृद्ध छत्तीसगढ़।

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