रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषि मंडपम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वृद्धजन हमारे मार्गदर्शक और संस्कृति के वाहक हैं। उनकी देखभाल समाज और सरकार की साझा जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया और कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की विशेष देखभाल के लिए राज्य में सियान गुड़ी शुरू की जाएगी। रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग में पीपीपी मॉडल पर सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम बनेंगे। साथ ही दिव्यांगजनों के सहायक उपकरणों की रिपेयरिंग के लिए रायपुर में सर्विस सेंटर शुरू होगा। नशामुक्त भारत अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने 25 नशामुक्ति रथों को रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माता-पिता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज हमारे बुजुर्ग जिस अवस्था में हैं, कल हम भी उसी अवस्था में होंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे वरिष्ठजनों का सम्मान करें और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करें।
कार्यक्रम में बताया गया कि प्रदेश की पेंशन योजनाओं से 14 लाख बुजुर्ग लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान भारत और शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 8 लाख से अधिक बुजुर्गों को निःशुल्क इलाज मिला है। तीर्थयात्रा और श्री रामलला दर्शन योजना से 50 हजार बुजुर्ग लाभान्वित हुए हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि राज्य के 35 वृद्धाश्रमों में 1049 वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल की जा रही है।
इस अवसर पर मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम में पर्यटन साथी पहल के तहत जिला प्रशासन रायपुर और ईज़ माई ट्रिप के बीच एमओयू भी हुआ, जिससे युवाओं को टूर गाइड के रूप में प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिलेंगे।