रवि तिवारी@देवभोग। (Gariyaband) भारत को आजाद हुए लगभग पांच दशक से भी ज्यादा का समय हो चुका है,लेकिन आजाद भारत में छत्तीसगढ़ के नक्से में देवभोग ब्लॉक ऐसा भी है जिसके कई गॉव की सड़कें आज भी पक्की सड़क को लिए तरस रही है। राज्य में बैठी तत्कालीन बीजेपी सरकार ने विकास को लेकर कई तरह के दावे तो किये लेकिंन उनके विकास का अलख इन गॉवों तक पहुँच ना सका गंगराजपुर से चिंगराभाठा, डूमरबाहाल से केंदुबन्द,करलागुड़ा से भेरीगुड़ा,दीवानमुड़ा से जामगुरियापारा,सुपेबेड़ा से परवापाली,मगररोड़ा से फलसापारा, ऊपरपारा से घोटगुड़ा तक कि सड़कें अभी भी कच्ची है। (Gariyaband) बारिश शुरू होते ही इन गॉवों की सड़कें कीचड़ से लथपथ हो जाती है। स्थिति ये हो जाती है कि दुपहिया से चलना तो दूर इन सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
परवापाली के ग्रामीणों ने किया था चुनाव का बहिष्कार
(Gariyaband) कच्ची सड़क को पक्की सड़क में तब्दील करने को लेकर परवापाली के ग्रामीणों ने कुछ साल पहले विधान सभा चुनाव का बहिष्कार भी किया था। ग्रामीणों ने गॉव की मुख्य सड़कों पर बेनर और पोस्टर लगाकर कच्ची सड़क से परेशान होकर और जिम्मेदारों को अवगत करवाने के बाद भी ध्यान ना देने की वजह से चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही थी। वही ग्रामीणों के द्वारा इतना बड़ा कदम उठाए जाने के बाद भी आज तक वहां पक्की सड़क का निर्माण नही हो सका।
जल्द उठाया जाएगा उचित कदम
मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने कहा कि आपके माध्यम से मामले की जानकारी मिली है,मैं विभागीय अधिकारियों से जानकारी लूंगी और जल्द ही इसमें उचित कदम मेरे द्वारा उठाया जाएगा।
वही आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव ने कहा कि मामले से प्रभारी मंत्री को अवगत करवाऊंगा। वही ग्रामीणों की परेशानी को दूर करने के लिए जल्द ही उचित कदम उठाया जाएगा।