रवि तिवारी@गरियाबंद। (Gariyaband) जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दुर बसे ग्राम ढूंनढुंनी पानी जो पहाड़ के नीचे खुबसूरत वादियों के बीच स्थित है। जहाँ आज भी कमार जनजाति के लोग अपने पुश्तैनी धंधा बांस से बने बर्तनों को बनाकर अपने जिविकोपार्जन करते हैं। (Gariyaband लेकिन उनके बच्चों को आंगनबाड़ी की सुविधा अभी तक नही मिल पाया।
(Gariyaband यहां 15 से 20 घरों के कमार परिवार निवासरत हैं। वहीं ब्लाक परियोजना अधिकारी का कहना है कि आंगनबाड़ी खोलने हेतु वहां बच्चे अनुपात से कम है, इसलिए वहां नहीं खुल पाने की बात कहे और 1 किलोमीटर दुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र से पुरक पोषण आहार दिये जाने की बात कही गई।
मगर ग्रामवासियों का कहना है यहां से दुर जंगल रास्ते में छोटे बच्चे को भेज पाना संभव नहीं होने की बात कही गई।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में आंगनबाड़ी खुलने से हमारे बच्चों को आंगनबाड़ी के योजनाओं का लाभ मिल सकता है। हमारे द्वारा कई बार प्रशासन को आंगनबाड़ी खोलने हेतु मांग किया गया किंतु आज तक नहीं खुल पाया।