गरियाबंद। जिले के पितईबंद क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन को लेकर जिला प्रशासन अब पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। हाल ही में पत्रकारों पर हुए हमले के बाद इस मुद्दे ने गंभीर रूप ले लिया था। उसी के चलते बुधवार सुबह माइनिंग विभाग और एसडीएम की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेत घाटों की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है।
प्रशासन ने रेत खदान तक पहुंचने वाले मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाकर किसी भी प्रकार की आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया है। अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया और स्पष्ट निर्देश दिए कि अब बिना अनुमति कोई व्यक्ति या वाहन घाट क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकेगा। यह कदम 9 जून की उस घटना के बाद उठाया गया है, जिसमें खबर कवरेज के लिए गए पत्रकारों पर रेत माफिया के गुर्गों ने जानलेवा हमला किया था। इस घटना से प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया था। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही घंटों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
अब घाटों के रास्ते बंद करने की कार्रवाई को अवैध रेत खनन के खिलाफ निर्णायक कदम माना जा रहा है। इससे यह संकेत भी मिल रहा है कि जिला प्रशासन अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के मूड में है। जिले के पत्रकार संघ और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने प्रशासन के इस निर्णय की सराहना करते हुए इसे “ऐतिहासिक और साहसिक कदम” बताया है। वहीं आमजन ने भी इसे क्षेत्र की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी कदम बताया है।