दिल्ली। कनाडा के कैननास्किस शहर में दो दिवसीय G7 समिट की शुरुआत हो गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी और जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज कनाडा पहुंच चुके हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज भी सम्मेलन में शामिल हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज साइप्रस दौरा पूरा कर समिट में शामिल होने कनाडा पहुंचेंगे। यहां उनकी पहली मुलाकात कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से होगी, जो मार्च 2025 में ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पीएम बने। यह बैठक भारत-कनाडा रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। साथ ही, समिट के इतर पीएम मोदी और ट्रम्प के बीच “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पहली बार आमने-सामने की बातचीत होने की संभावना है।
सम्मेलन से पहले ब्रिटेन और इटली के प्रधानमंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का स्वागत कनाडा के वरिष्ठ मंत्रियों ने किया और वे कैननास्किस के लिए रवाना हुए। इस बीच, समिट स्थल के पास कैलगरी शहर में 500 से अधिक प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारियों ने जल अधिकार, कश्मीर और फिलिस्तीन जैसे मुद्दों को लेकर आवाज उठाई। शहर में भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
G7 समिट का एजेंडा
इस बार सम्मेलन में वैश्विक शांति, आर्थिक स्थिरता, डिजिटल डेवलपमेंट और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। G7 देशों के फैसले वैश्विक नीतियों पर गहरा प्रभाव डालते हैं।