कौशल विकास से रोजगार तक: युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीएम साय ने अधिकारियों को जारी किए निर्देश

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर में कौशल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य युवाओं को सिर्फ प्रशिक्षण देना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सक्षम बनाना है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम सीधे रोजगार और स्वरोजगार से जुड़े हों, ताकि प्रशिक्षित युवा आजीविका कमा सकें और राज्य के विकास में योगदान दें।

बैठक में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, और ‘नियद नेल्ला नार’ योजना की समीक्षा हुई। बताया गया कि अब तक 549 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जबकि 382 प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। पीएम जनमन योजना के तहत अत्यंत पिछड़ी जनजाति (PVTG) के युवाओं के प्रशिक्षण कार्य की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना में 1 जुलाई 2025 से चेहरा-आधारित स्कैनिंग द्वारा उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है। विभाग ने नांदी फाउंडेशन और महिंद्रा एंड महिंद्रा से एमओयू कर गुणवत्ता आधारित प्रशिक्षण की शुरुआत की है।

बैठक में ‘कौशल तिहार 2025’ की योजना प्रस्तुत की गई, जो जिला और राज्य स्तर पर दो आयु वर्गों में आयोजित होगी। प्रतियोगिता में 10 प्रमुख ट्रेड्स जैसे ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, नवीकरणीय ऊर्जा, मोबाइल रिपेयरिंग, ग्राफिक डिजाइन, और एयर कंडीशनिंग शामिल होंगे। विजेताओं को पुरस्कार, रोजगार के अवसर और इंडिया स्किल्स 2025 व वर्ल्ड स्किल्स 2026, शंघाई में भाग लेने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास योजनाओं को युवाओं की आजीविका, आत्मनिर्भरता और भविष्य निर्माण से जोड़ना ही सरकार की प्राथमिकता है।

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