राज्यों की विविधताओं को राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है: राज्यपाल रमेन डेका
रायपुर। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेन डेका ने कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तराखंड, लक्षद्वीप और पुडुचेरी के स्थापना दिवस का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत उसकी विविधता है, जिसे राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान ने इस भावना को और अधिक मजबूत किया है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि हजारों वर्षों की संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का अद्भुत संगम है। उन्होंने कर्नाटक की प्राचीन विरासत और आधुनिक तकनीकी प्रगति, तमिलनाडु की द्रविड़ संस्कृति, मंदिर स्थापत्य, भरतनाट्यम और संगम साहित्य की महत्ता का उल्लेख किया। दिल्ली को उन्होंने राष्ट्र का दिल बताया, जहाँ ऐतिहासिक धरोहर और विविध संस्कृति एक साथ दिखाई देती है।
राज्यपाल ने उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की समानताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये दोनों राज्य प्राकृतिक संपदा से समृद्ध हैं और यहां के लोग प्रकृति संरक्षण के प्रति सतर्क रहते हैं। उन्होंने पुडुचेरी की फ्रांसीसी स्थापत्य विरासत और लक्षद्वीप की समुद्री जैव विविधता को भारत की समृद्ध पहचान बताया।
उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपनी विशिष्टताओं के साथ भारत की प्रगति में योगदान दे रहे हैं। विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी राज्यों का सामूहिक प्रयास आवश्यक है। राज्यपाल ने नागरिकों से अपील की कि वे मानवीय सेवा और पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सहयोग दें।
समारोह में विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं। अतिथियों को स्मृति चिन्ह और राजकीय गमछा भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
