रायपुर। अक्सर कहा जाता है कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक डॉक्टर की लापरवाही और अमानवीय व्यवहार ने इस कहावत को शर्मसार कर दिया। मामला एक निजी अस्पताल से जुड़ा है, जहां इलाज से इनकार करने और मरीज व परिजनों के साथ बदसलूकी करने के आरोप में डॉक्टर के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है।
घटना महावीर हॉस्पिटल की है, जिसके संचालक डॉ. सुधांशु किरण पर गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़ित नीरज वर्मा ने बताया कि उनकी पुत्री के इलाज में लापरवाही बरती गई। जब उन्होंने सवाल किया तो डॉक्टर ने न सिर्फ अभद्र व्यवहार किया बल्कि उन्हें अस्पताल से बाहर निकाल दिया। इतना ही नहीं, इलाज से जुड़ी रिपोर्ट और फाइल भी नहीं सौंपी गई, जिससे मरीज की स्थिति और बिगड़ गई।
इस घटना के बाद नीरज वर्मा ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। सुनवाई के बाद न्यायालय ने डॉक्टर सुधांशु किरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट के निर्देश के बाद गांधीनगर थाना पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह मामला न सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र की गिरती संवेदनशीलता को उजागर करता है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि अगर डॉक्टर ही संवेदना खो देंगे तो आम नागरिक कहां जाएगा। अब इस मामले में कानूनी प्रक्रिया जारी है और संबंधित विभाग भी इसकी गंभीरता से जांच कर रहा है।