300 से अधिक विद्यार्थियों को मिलेगा स्मार्ट क्लास से युक्त उन्नत शिक्षण वातावरण
रायपुर। शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने आज रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखंड के ग्राम रेंगालपाली में एक करोड़ 21 लाख 16 हजार रुपए की लागत से निर्मित सर्वसुविधायुक्त शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिसर में स्मार्ट क्लास और आधुनिक प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया तथा विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी की सराहना की।
नव निर्मित विद्यालय भवन को आधुनिक शैक्षणिक मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है। इसमें 9 सुसज्जित कक्षाएँ, स्मार्ट क्लास की सुविधा, दो अत्याधुनिक विज्ञान प्रयोगशालाएँ, समृद्ध पुस्तकालय, प्राचार्य एवं स्टाफ कक्ष, बालक-बालिका के लिए पृथक प्रसाधन कक्ष सहित अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। इस भवन के माध्यम से 300 से अधिक विद्यार्थियों को सुरक्षित, प्रेरणादायक और तकनीक आधारित शिक्षण वातावरण मिलेगा, जिससे उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही उन्नत समाज और विकसित भारत की मजबूत नींव है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को आधुनिक संसाधनों से युक्त बेहतर शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिला शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। विद्यालय के विकास में एचडीएफसी बैंक के सीएसआर सहयोग के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया और कहा कि रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो वर्षों में शिक्षा और विकास से जुड़े जितने कार्य हुए हैं, उतने पहले कई वर्षों में भी नहीं हो पाए थे।
वित्त मंत्री ने विद्यार्थियों से अनुशासन, परिश्रम और स्पष्ट लक्ष्य के साथ अध्ययन करने का आह्वान किया तथा उन्हें करियर को लेकर मार्गदर्शन भी दिया। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता अमित कश्यप ने भवन निर्माण की लागत, संरचना और उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी।
लोकार्पण समारोह में पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष पुसौर हेमलता चौहान, हेमालिनी गुप्ता, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मानी सतपथी, विद्यालय स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
