बूंद-बूंद की आस में किसान, झमाझम बारिश नहीं होने से फसलों को भारी नुकसान

बिपत सारथी@पेंड्रा. अपने फसलों की हरियाली को देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे थे तो वहीं अब कम बारिश के चलते किसान मायूस होते दिखाई दे रहे हैं। जिले में कम बारिश ने जिले के किसानों की चिंता बढ़ा दी है और किसानों के माथे में चिंता की लकीरें खींच गई है। वही किसान बारिश का इंतजार करते अब आस छोड़ चुके हैं,

बता दें कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में पिछले एक माह से अल्प वर्षा के चलते किसान अपने खेतों में धान फसलों की रोपाई और बोआई तो किए थे। पर उसमें बिना पानी के खेत सूखकर दरारें पड़ चुकी है. खेतों में लगी फसल धूप में सूख कर नष्ट हो रहे हैं।

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के ज्यादातर उत्तर मरवाही के कई गांव में सूखे की स्थिति निर्मित हो गई है, मरवाही तहसील में इस वर्ष सबसे कम वर्षा हुई है. ज्यादातर क्षेत्र में तो 50 से 60 प्रतिशत फीसदी कम वर्षा हुई है. कई गाँवो में तो भीषण सूखे के हालात है. किसानों ने अच्छी फसल पैदावार के लिए कई बैंकों से ऋण लिया हुआ है, लेकिन कम वर्षा और सूखे जैसे हालात के कारण अच्छी फसल पैदावार हो पाना मुश्किल लग रहा है, और जिले में अकाल की स्थिति बन रही है. जिसको लेकर किसानों के माथे में चिंता की लकीरें खींच रही है. किसान फसलों का आकलन कर सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर जिला कलेक्टर के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपे हैं…

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