सारंगगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जिले की अपेक्स बैंक बरमकेला शाखा में करोड़ों रुपए के गबन का बड़ा मामला सामने आया है। 4 मई को इस घोटाले की एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें ब्रांच मैनेजर डीआर बाघमारे समेत आठ लोगों पर आरोप लगाया गया है। लम्बे समय की जांच में कुल 17 समितियों के खातों से बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी पकड़ में आई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी डीआर बाघमारे, लिपिक आशीष पटेल और गार्ड खीरदास महंत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस मामले में अपेक्स बैंक की बरमकेला शाखा में किसानों के नाम पर बनाए गए समितियों के खातों से करोड़ों रुपए की गड़बड़ी पाई गई। अचानक शाखा में करोड़ों के ट्रांजेक्शन सामने आने पर बैंक मुख्यालय ने जांच शुरू की। जांच में पूर्व शाखा प्रबंधक डीआर बाघमारे, लेखाधिकारी मीनाक्षी मांझी, लिपिक आशीष पटेल, आउटसोर्सिंग स्टाफ कम्प्यूटर ऑपरेटर रमाकांत श्रीवास, कम्प्यूटर ऑपरेटर लिकेश बैरागी, गार्ड अरुण चंद्राकर, खीरदास महंत और बालकृष्ण कर्ष पर बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
चार आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बर्खास्त भी कर दिया गया है। आरोप है कि आरोपियों ने अपने निजी बैंक आईडी का दुरुपयोग कर समिति और बैंक की राशि का सुनियोजित तरीके से गबन किया। 1 अप्रैल 2024 से 6 नवंबर 2024 तक बरमकेला समेत कई इलाकों के कुल 887 किसानों के खातों से 9.91 करोड़ रुपए से अधिक की रकम फर्जी तरीके से निकालकर नकद ले ली गई।
पुलिस ने एफआईआर के बाद आरोपियों की खोजबीन की और ब्रांच मैनेजर डीआर बाघमारे को रायपुर के उनके घर से गिरफ्तार किया। वहीं, आशीष पटेल और खीरदास महंत को बरमकेला से हिरासत में लिया गया। तीनों को अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है।
जांच में पता चला है कि बैंक में एक-दूसरे की आईडी का उपयोग कर बिना वाउचर के रकम निकाली गई। समिति प्रबंधकों ने स्टेटमेंट मांगने की कोशिश की, लेकिन बैंक अधिकारियों ने नहीं दिया। जब मुख्यालय से ऑनलाइन रिपोर्ट देखी गई तो यह घोटाला सामने आया। बरमकेला पुलिस थाना इंचार्ज एके बेक ने बताया कि आठ आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी की तलाश जारी है। इस गबन मामले ने अपेक्स बैंक की अन्य शाखाओं में भी हड़कंप मचा दिया है।