रायपुर। छत्तीसगढ़ के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर महंगाई का झटका लगा है। छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग ने राज्य में बिजली की दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की है।
नई दरें घरेलू, व्यवसायिक और कृषि क्षेत्र के उपभोक्ताओं पर लागू होंगी, जिससे उनकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा। यह निर्णय राज्य की ऊर्जा कंपनियों के बढ़ते खर्च और राजस्व घाटे की भरपाई के लिए लिया गया है। आयोग के अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले कुछ वर्षों से बिजली कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। लाइन लॉस, बिजली चोरी और खर्च में इजाफे की वजह से यह कदम आवश्यक हो गया था।
नई दरों का असर इस प्रकार होगा
- घरेलू उपभोक्ता: अब उन्हें पहले की तुलना में 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट अधिक चुकाने होंगे। इससे मासिक बिजली बिल में 30 से 100 रुपये तक का अतिरिक्त बोझ आ सकता है।
- गैर-घरेलू (व्यवसायिक) उपभोक्ता: व्यवसायिक वर्ग पर 25 पैसे प्रति यूनिट की औसत बढ़ोतरी की गई है। इसका असर दुकानदारों, दफ्तरों और छोटे उद्योगों पर साफ दिखेगा।
- कृषि पंप उपभोक्ता: किसानों को सबसे बड़ा झटका लगा है। 50 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी के साथ सिंचाई लागत में सीधा इजाफा होगा।