रायपुर। बिजली उपभोक्ताओं को एक और झटका लगा है, क्योंकि अक्टूबर माह में बिजली की दरों में लगातार चौथे महीने इजाफा हुआ है। अब बिजली दरें 3 फीसदी तक महंगी हो गई है। इसके पहले जुलाई में दरों में 4.72 फीसदी का इजाफा हुआ था, जबकि अगस्त में दरों में अचानक 11.95 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जो 7.23 फीसदी अधिक थी। सितंबर में प्रभार शुल्क के रूप में 14.23 फीसदी बढ़ोतरी हुई, जो 2.28 फीसदी थी। अक्टूबर में ऊर्जा प्रभार पर अतिरिक्त शुल्क के रूप में 17.31 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जिससे कीमतों में 3.08 फीसदी का बढ़ोतरी हुई।
इस बढ़ोतरी के बाद अब 100 यूनिट तक बिजली का टैरिफ 3.90 रुपये प्रति यूनिट है, जिसमें 17.31 फीसदी के हिसाब से अतिरिक्त शुल्क भी लगेगा। आगे जितनी ज्यादा खपत होगी, उतना अधिक शुल्क लिया जाएगा, लेकिन 400 यूनिट तक बिजली बिल हॉफ योजना के कारण शुल्क आधा लिया जाएगा।
बिजली की दरों में बढ़ोतरी उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी परेशानी बन गई है, खासकर छोटे उद्योगों के लिए, जो इसके कारण अपनी उत्पादन पद्धतियों पर असर महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा, आम उपभोक्ताओं को भी बिजली की खपत में कटौती करने पर विचार करना पड़ सकता है। उपभोक्ताओं का यह भी कहना है कि दरों में बढ़ोतरी तो हो, लेकिन एक बार तय दरों को कुछ समय तक स्थिर रखा जाए, ताकि उपभोक्ता निरंतर असंतोष का शिकार न हों और वे वित्तीय दबाव से बच सकें।