मुंगेली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं, बल्कि संपूर्ण जीवन का आधार है। वे आज मुंगेली जिला मुख्यालय स्थित जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित अतिरिक्त कक्ष के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले तथा पूर्व सांसद लखन साहू भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए आदर्श विद्यार्थी के पाँच गुण “काक चेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निद्रा, अल्पाहारी, गृहत्यागी” का उल्लेख किया और उन्हें अनुशासित, मेहनती और लक्ष्यनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने डिजिटल युग में सोशल मीडिया के प्रभाव पर बात करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अच्छाई को अपनाना चाहिए और बुराई से दूर रहना चाहिए। उन्होंने अपने छात्र जीवन की कठिनाइयों का भी उल्लेख किया और विद्यार्थियों से समय का सदुपयोग करने, आत्मविश्वास बनाए रखने और परिश्रम को मूल मंत्र बनाने का आह्वान किया।
सीएम साय ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसे शैक्षणिक नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य हर जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित करना है। उन्होंने मुंगेली जिला ग्रंथालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह अध्ययन का केंद्र ही नहीं, बल्कि सफलता की नींव बन चुका है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
उन्हें स्थानीय कलाकार तोप सिंह कुंभकार द्वारा बनाया गया हस्तनिर्मित छायाचित्र और भगवद् गीता भी भेंट की गई। गौरतलब है कि मुंगेली जिला ग्रंथालय में 4,780 से अधिक पुस्तकें, 893 पंजीकृत सदस्य, 32 टेबल और 11 सीसीटीवी कैमरे हैं। इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।