दिल्ली।अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी आव्रजन नीति (Immigration Policy) को और सख्त करते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं और सुरक्षा खतरों का हवाला देते हुए ट्रंप प्रशासन ने अब कुल 39 देशों के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह नया आदेश 1 जनवरी, 2026 से प्रभावी होगा।
प्रतिबंधों का मुख्य कारण
इस कठोर निर्णय के पीछे 26 नवंबर को वॉशिंगटन डीसी में हुई एक दुखद घटना है, जहाँ नेशनल गार्ड के दो जवानों की हत्या कर दी गई थी। हमलावर एक अफगान नागरिक था। इसके अतिरिक्त, 13 दिसंबर को सीरिया में इस्लामिक स्टेट के हमले में दो अमेरिकी सैनिकों की मौत ने प्रशासन को सुरक्षा समीक्षा के लिए मजबूर किया। व्हाइट हाउस के अनुसार, जिन देशों पर बैन लगाया गया है, वहाँ आतंकवाद, आंतरिक संघर्ष और वीजा नियमों के उल्लंघन (Visa Overstay) की दरें बहुत अधिक हैं।
बैन की श्रेणियां और प्रभावित देश
ट्रंप प्रशासन ने इन प्रतिबंधों को दो मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया है:
- पूर्ण प्रतिबंध (Full Travel Ban): हाल ही में बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान, सीरिया, लाओस और सिएरा लियोन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। फिलिस्तीनी अथॉरिटी के दस्तावेजों वाले लोगों पर भी यही नियम लागू होगा। इनके अलावा अफगानिस्तान, ईरान, म्यांमार और सोमालिया जैसे 12 देश पहले से ही इस सूची में शामिल हैं।
- आंशिक प्रतिबंध (Partial Restrictions): नाइजीरिया, तंजानिया, जाम्बिया और जिम्बाब्वे सहित 15 नए देशों पर आंशिक पाबंदियां लगाई गई हैं। क्यूबा और वेनेजुएला जैसे देशों पर पहले से लागू पाबंदियां जारी रहेंगी।
तुर्कमेनिस्तान को मिली राहत
इस पूरी प्रक्रिया में तुर्कमेनिस्तान एकमात्र ऐसा देश बनकर उभरा है जिसे राहत दी गई है। उसके नागरिकों के लिए गैर-आप्रवासी वीजा पर लगी पाबंदियों को हटा लिया गया है।
