नितिन कुमार भांडेकर@खैरागढ़। सुनसान मकान व दुकानों को अपना निशाना बनाने वाले शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश जालबांधा पुलिस चौकी की थाना प्रभारी बिलकिस बेगम ने किया है। जालबांधा पुलिस चौकी लगातार अपराधों पर लगा रहे अंकुश।
आपको बता दें कि जालबांधा चौकी पुलिस की टीम ने 72 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी के सामान जब्त किए हैं । आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने सोने के गहने , चांदी के पायल , मोबाइल , नगदी व बाइक सहित कुल 1.82 लाख रुपए जब्त किए हैं । पुलिस ने जालबांधा के किराना दुकान व दो अलग – अलग घरों में हुए तीन नकबजनी की घटना का खुलासा जालबांधा पुलिस ने की है ।
जालबांधा पुलिस चौकी प्रभारी बिलकिस बेगम ने पुलिस ने बताया कि 13 सितंबर को प्रार्थी भुवन लाल बंजारे ने रिपोर्ट दर्ज कराया था कि 12 सितंबर की रात को अज्ञात चोरों द्वारा घर में रखे अलमारी का लाकर तोड़कर एक नग नेकलेस , एक नग झुमका , एक नग पायल , एक नग मोबाईल व नगदी रकम चुरा कर ले गया है ।
प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आसपास के किराना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज में दो दुबले पतले व्यक्ति को रात में चोरी कर भागते देखा गया । फुटेज में दिखे व्यक्तियों से मिलता जुलता हुलिया का व्यक्ति की पतासाजी करते हुए ग्राम कुर्सीडीही जा पहुंचे। जहां पर चौकी प्रभारी को ज्ञात हुआ कि कोई सोने का सामान व मोबाइल को बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा था । सूचना पर पुलिस चौकी जालबांधा की टीम ग्राम ख़ुर्शीडीह जा पहुंची जहां पर पुलिस को देखकर आरोपियों द्वारा छिपने का प्रयास किया जा रहा था जिसे स्टाफ द्वारा घेराबंदी कर बड़ी मसक्कत से पकड़ा गया । चारों आरोपियों से अलग – अलग पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार किए ।
आपको बता दें कि पकड़े गए आरोपीयों के नाम जितेंद्र पवार उम्र 30 वर्ष , धर्मेंद्र पवार उम्र 28 वर्ष दोनों निवासी दमोदा रजय उर्फ अजय पवार उम्र 27 साल निवासी खुर्शीडिह , चंपालाल पारधी उम्र 40 साल निवासी दमोदा की गिरफ्तारी की गई । उक्त मामले पर केसीजी जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय ने बताया कि पुलिस चौकी जालबांधा , एवं साइबर सेल की टीम का उक्त कार्यवाही में विशेष योगदान रहा । उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी खैरागढ़ निरीक्षक निलेश पाण्डेय, चौकी प्रभारी बिलकीश बेगम, सहायक उपनिरीक्षक मुन्ना लाल भाण्डेकर, एएसआई आडिल, प्रधान आरक्षक 917 आशुतोष, आरक्षक 1062 निलकमल, आरक्षक 1557 सुरज, आरक्षक 394 संदीप, एवं आरक्षक 1543 लोकेश का सराहनीय योगदान रहा|