Dhamtari: लोगों की जान जाए…..मगर रेत माफियाओं को विशेष छूट.. कार्रवाई के नाम पर कुंभकर्णी नींद में सोया प्रशासन

विश्वनाथ गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari) ये लाइन उन रेत माफिया और उनके सरपरस्तों के लिए है जो सिर्फ नाम के इंसान हैं। बाक़ी मछली जल की रानी है. प्रशासन उनके लिए सिर्फ एक कहानी है।

साल का आंकड़ा देखें तो ते हाईवा समेत ट्रैक्टर की चपेट में आने से 10 से 15 लोगों की मौत हो चुकी है.  शाम होते ही रेत लोडिंग की ऐसी होड़ सी लगती  कि हाईवा और ट्रैक्टर वालों को सड़क में जा रहे दूसरे वाहन चालक ,पैदल चल रहे लोग कीड़े मकोड़े लगने लगते हैं और लगे भी क्यों न क़ानून में इनके लिए विशेष छूट है।(Dhamtari)  जिसको ठोकना है ठोको गाड़ी दो चार दिन में फिर सड़क पर दौड़ने लगेगी। बाकी सब खाना पूर्ति है।

(Dhamtari) प्रशासन कि भूमिका भी सटीक है वो मीडिया में बातें छपने और दुर्घटना होने का इंतजार करते प्रतीत होते हैं जब मीडिया जायदा दिखाने छापने लगे, दुर्घटनाएँ बढ़ने लगे और लगे कि अब जागना पडेगा तब जागती है.

सिहावा रोड रुद्री रोड में लोगों का चलना मुश्किल है गया है। आते जाते नौकरी पेशा,कामकाजी लोग डरने लगे हैकि आज घर हम जाएंगे या हमारी लाश।

अंबेडकर चौक से गंगरेल तक बनना था फोरलेन

रुद्री रोड का फोरलेन का प्लान भी जो कि अंबेडकर चौक से गंगरेल तक बनना था प्रसन्ना सर के साथ ही वो भी ट्रांसफर हो गया मालूम पड़ता है

सिहावा रोड सहित अगर रुद्री रोड में रोड डिवाइडर बनाया जाए तो दुर्घटनाओ में कमी आ सकती है, पर इस मांग को सार्थक करें वैसा जनप्रतिनिधि शायद धमतरी को मिलने में समय लगेगा।

अब जिले के नए कलेक्टर से ही जनता की उम्मीद बँधी हुई है कि कब इन मौत के सौदागरों से निजात मिले

गाड़ियों की स्पीड में अभी रोक थाम जरूरी है।

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