संदेश गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari news) माध्यमिक शिक्षा मण्डल छत्तीसगढ़ द्वारा ली जाने वाली ओपन परीक्षा में
कक्षा 10 एवं 12 वीं के लिए निर्धारित शुल्क जमा कर फार्म भरने के बाद भी कई विद्यार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
इसकी वजह जिस व्यक्ति के पास पैसा और फार्म जमा कराया था।
उसने स्कुल प्रबधंन के पास राशि जमा नही कराई।
पीड़ित छात्रों ने पुलिस में लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाए है।
शुक्रवार को अपनी शिकायत दर्ज कराने कुरूद थाना पहुंचे।
विद्यार्थियों ने बताया की माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 4 और 9 अगस्त को होने वाली 10,12 वीं की परीक्षा के लिए
शासकीय उच्चतर माध्यमिक बालक विद्यालय में 22 से 27 नवंम्बर 2019 को ओपन परीक्षा सेंटर के काउंटर में
निर्धारित 1500 से 1700 रूपए एवं फार्म जमा कराया गया था।
(Dhamtari news)लेकिन करीब दर्जनों विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की पात्रता नही मिली।
पीडि़त छात्रों ने बताया की जिस व्यक्ति के पास पैसा जमा कराया था।
उसने रशीद नहीं दी थी।
स्कुल प्रबंधन भी इस मामले में संतोषप्रद जवाब नही दे रहा है।
Lokvani की आगामी कड़ी का प्रसारण 9 अगस्त को, इन विषयों पर CM करेंगे बातचीत
पैसे के अलावा उनका एक साल बर्बाद करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु सक्षम अधिकारियों से शिकायत की
गई है।
इस सबंध में मीना गुप्ता का कहना है की छात्रों के शिकायत के बाद 22 जुलाई को संबधित चपरासी देव यादव को
(Dhamtari news)नौकरी से निकाल दिया गया है।
इस मामले में राहुल गांधी विचार मंच के प्रदेशाध्यक्ष रमेश पाण्डेय ने पीडि़त छात्रों का पक्ष लेते हुए कहा की शाला त्यागी
व शिक्षा को बढावा देने के लिए शासन ने ओपन स्कुल परीक्षा योजना लागु की है
जिसमें पलीता लगाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए..