दिल्ली। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों ने पुष्टि की है कि धमाके में मारा गया शख्स डॉ. उमर उन नबी ही था। घटनास्थल से मिले दांत, हड्डियां, खून लगे कपड़े और पैर का हिस्सा उमर की मां के DNA से मैच हो गए हैं। बताया जा रहा है कि धमाके के बाद उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंसा मिला था।
इस बीच, धमाके का सबसे नजदीकी CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें सिग्नल पर 20 से अधिक गाड़ियां खड़ी दिखाई दे रही हैं। शाम 6:51 बजे सिग्नल ग्रीन होते ही जैसे ही गाड़ियां बढ़ीं, उमर की i20 कार में जोरदार विस्फोट हुआ। देखते ही देखते आग की लपटों ने आसपास की गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। धमाका इतना भयंकर था कि गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और 12 लोगों की मौत, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए।
सरकार ने अब इस विस्फोट को आतंकी हमला घोषित किया है। कैबिनेट मीटिंग में आतंकी हमले के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इस बीच जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी डॉ. उमर और उसके साथियों ने जनवरी से ही लाल किले की रेकी शुरू कर दी थी। उनका लक्ष्य पहले 26 जनवरी को हमला करना था, जो नाकाम हो गया।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि उमर और उसके साथियों ने 20 लाख रुपये जुटाकर NPK फर्टिलाइजर से IED तैयार किया था। दूसरी संदिग्ध लाल इको स्पोर्ट्स कार हरियाणा के खंदावली गांव में मिली, जो उमर के नाम पर पंजीकृत थी। फिलहाल NSG और फॉरेंसिक टीमें जांच में जुटी हैं।
