दंतेवाड़ा। जिले में मरीज को छोड़कर आ रही एक एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा इतना जोरदार था कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए हैं। एंबुलेंस में सवार एक युवक ने मौके पर दम तोड़ दिया। वहीं एंबुलेंस चालक गंभीर रूप से घायल है। हादसा शुक्रवार की देर रात का है। एंबुलेंस चलाने वाला युवक अस्पताल का प्यून है। बता दें कि गीदम अस्पताल में एम्बुलेंस चालक की हमेशा से कमी बनी हुई है। जिले का यह सबसे प्रमुख अस्पताल हैं। बीजापुर, जगदलपुर और दंतेवाड़ा इन तीन जिलों का यह प्रमुख केंद्र है। अस्पताल में एंबुलेंस चालक की कमी को देखते हुए गीदम के मातृ एवं शिशु अस्पताल के एक गार्ड और दूसरे प्यून इन दोनों कर्मचारियों की एंबुलेंस चलाने के लिए डे एवं नाइट ड्यूटी लगाई गई है। मामला गीदम थाना क्षेत्र का है।
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मरीज की को अस्पताल में छोड़कर वापस लौटते वक्त हादसा
जानकारी के मुताबिक गीदम अस्पताल में भर्ती एक मरीज की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन अस्पताल में एंबुलेंस चालक नहीं है। इसलिए इसकी जिम्मेदारी प्यून को दी गई है। चपरासी ने अपने साथी मुकेश राम को भी साथ ले गया। मरीज को अस्पताल में छोड़कर जब दोनों वापस लौट रहे थे। तो गीदम-दंतेवाड़ा मुख्यमार्ग में पोटाकेबिन कारली के पास एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई।
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मृतक शिर्डी साईं फाउंडेशन का सदस्य
जिससे एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। एम्बूलेंस में बैठे मुकेश राम की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं धर्मेश को भी काफी चोटें आईं हैं। बताया जा रहा है कि, हादसे के बाद उस मार्ग से गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना फौरन दूसरी एंबुलेंस को और गीदम के ही युवकों को दी। मौके पर पहुंचे लोगों ने दोनों को गीदम अस्पताल लाया। वहीं मृतक शिर्डी साईं फाउंडेशन के सदस्य था।