दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर उन्हें शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रेम, करुणा, धैर्य और नैतिक अनुशासन का प्रतीक बताया। पीएम ने कहा कि 1.4 अरब भारतीयों की ओर से वे दलाई लामा के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करते हैं।
धर्मशाला के त्सुगलाखंग मंदिर में आयोजित प्रार्थना सभा में हजारों श्रद्धालुओं, बौद्ध भिक्षुओं, तिब्बती समुदाय के लोगों और अंतरराष्ट्रीय अनुयायियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती संगीत, नृत्य और धार्मिक अनुष्ठान हुए। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, राजीव रंजन सिंह और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे भी मौजूद रहे।
दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई 1935 को तिब्बत के ताक्सर गांव में हुआ था। बचपन में ही उन्हें 13वें दलाई लामा के पुनर्जन्म के रूप में पहचाना गया और 1940 में उन्हें तिब्बत का आध्यात्मिक नेता घोषित किया गया। 1959 में चीन के अत्याचारों के बाद वे भारत आए और धर्मशाला में निर्वासित तिब्बती सरकार की स्थापना की।
दलाई लामा 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित हुए थे। वे विश्वभर में करुणा, शांति, संवाद और मानवता का संदेश फैलाते हैं। उन्होंने हाल ही में 130 साल तक जीवित रहने की इच्छा जताते हुए कहा कि वे बोधिसत्व अवलोकितेश्वर की प्रेरणा से समाज और बुद्ध धर्म की सेवा करते रहेंगे। भारत को वे “गुरु का देश” मानते हैं और यहीं से अपना संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचा रहे हैं।