दिल्ली। चक्रवात मोन्था ने बुधवार सुबह आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से गुजरकर ओडिशा के गंजम जिले में गोपालपुर बीच पर दस्तक दी। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं और हवा की रफ्तार 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, लैंडफॉल के बाद भी अगले छह घंटे तक तूफान का असर रहेगा।
ओडिशा के आठ जिले गंजम, गजपति, रायगढ़ा, मलकानगिरी, कंधमाल, कालाहांडी, कोरापुट और नबरंगपुर — में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। सरकार ने अब तक 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, जबकि 30 हजार और लोगों को निकालने की तैयारी की जा रही है। राहत कार्यों के लिए ODRF और NDRF की 35 टीमों को तैनात किया गया है।
इससे पहले मंगलवार रात मोन्था ने आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम तट पर लैंडफॉल किया था, जो करीब 5.30 घंटे चला। वहां 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने कई पेड़ उखाड़ दिए, बिजली के खंभे गिरे और कई घरों को नुकसान पहुंचा।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिन तक केरल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और झारखंड में भी बारिश हो सकती है। मोन्था ने लगभग 300 किलोमीटर क्षेत्र को प्रभावित किया है। थाईलैंड द्वारा दिए गए इस नाम का अर्थ “सुगंधित फूल” है। ओडिशा प्रशासन ने सभी तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है और लोगों से समुद्र तटों से दूर रहने की अपील की है।
