नई दिल्ली। पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने ओमिक्रॉन के खतरे के बीच यूपी में चुनावी रैलियां आयोजित करने के फैसले की अपनी पार्टी की आलोचना की है।
उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में लाखों लोगों को रैलियों में बुलाना आम आदमी की समझ से परे है।”
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य प्रणाली को देखते हुए, हमें ईमानदारी से यह तय करना होगा कि हमारी प्राथमिकता खतरनाक ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है या चुनावी शक्ति दिखाना है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 दिसंबर को गाजियाबाद में ‘जन विश्वास यात्रा’ में शामिल हुए थे। राज्य में विधानसभा चुनाव करी है। सीएम योगी को पीएम मोदी के साथ रैलियों में साथ दिखे हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 दिसंबर को देश भर में ओमिक्रॉन की स्थिति और स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि नए संस्करण को देखते हुए हमें ‘सतर्क और सावधान’ रहना होगा।
अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर हुए बीजेपी सांसद
वरुण गांधी का ट्वीट उनकी पार्टी को लेकर कटाक्ष है। हालाँकि, यह केवल भाजपा नहीं है जो राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। अन्य दल, जैसे कि सपा और कांग्रेस, उत्तर प्रदेश में रैलियों में बड़े पैमाने पर राजनीतिक ताकत दिखाने में लगे हुए हैं। 2022 के यूपी चुनावों को 2024 के आम चुनावों के अग्रदूत के रूप में देखा जा रहा है।
25 दिसंबर से राज्य में नाइट कर्फ्यू लागू
इससे पहले, उत्तर प्रदेश ने 25 दिसंबर से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू किया है । साथ ही शादियों में 200 लोगों को जाने की अनुमति है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि आयोजनों में हर समय कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
पार्टी के खिलाफ बयान दे रहे वरुण
वरुण गांधी कई मामलों में पार्टी के खिलाफ बयान देते नजर आ रहे हैं। चाहे वह किसान से जुड़ा मुद्दा हो या यूपीटीईटी की पेपर लीक का मामला। अपनी ही सरकार के खिलाफ हमला करते नजर आए हैं। उन्होंने यूपी टीईटी में हुए पेपर लीक में कहा था कि घोटालों और सरकारी नौकरियों की कमी से युवाओं को अवसर नहीं मिल रहे हैं।