नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद में 20, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 4, हरियाणा में 5 और बेंगलुरु में एक 9 महीने का बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस तरह देशभर में कोरोना के कुल 312 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि वे बेड, ऑक्सीजन, जरूरी दवाइयों और वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। हर पॉजिटिव केस का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजा जाएगा। सभी संस्थानों को अपनी रिपोर्ट रोजाना दिल्ली हेल्थ डेटा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। यह एडवाइजरी ऐसे समय पर जारी की गई है जब पाकिस्तान, चीन, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों में कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
गुजरात, दिल्ली-हरियाणा में मिले मरीज
गुजरात में अब तक 40 मामले सामने आए हैं, जिनमें 33 एक्टिव हैं। दिल्ली में गुरुवार तक 23 केस मिले। गाजियाबाद के चार मरीजों में से एक को अस्पताल में भर्ती किया गया है, बाकी होम आइसोलेशन में हैं। हरियाणा में मिले 5 मरीजों में दो महिलाएं शामिल हैं, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
JN.1 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता
इस बार कोरोना संक्रमण के लिए ओमिक्रोन का नया वैरिएंट JN.1 और उसके सब-वैरिएंट LF7 और NB1.8 जिम्मेदार माने जा रहे हैं। यह वैरिएंट BA.2.86 का सब-स्ट्रेन है और WHO ने दिसंबर 2023 में इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया था। इसमें 30 म्यूटेशन हैं जो शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि JN.1 पहले के वैरिएंट्स की तुलना में तेजी से फैलता जरूर है, लेकिन गंभीरता कम है। यह उन लोगों पर अधिक असर डाल सकता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।
मरीजों में लाँग कोविड की आशंका
JN.1 वैरिएंट के लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये हफ्तों तक बने रह सकते हैं। ऐसे मरीजों में ‘लॉन्ग कोविड’ की आशंका भी बनी रहती है, जिसमें बीमारी के लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं।