प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण, पादरियों सहित 22 लोगों पर कार्रवाई

बालोद। जिले में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण का खेल थमता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को गुंडरदेही थाना क्षेत्र के चैनगंज-खलारी इलाके में सूचना मिलने पर पुलिस ने एक निजी घर में अवैध प्रार्थना सभा का भंडाफोड़ किया।

मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने 25 से अधिक लोगों को थाने लाकर पूछताछ की। जांच में यह पाया गया कि वैध प्रार्थना सभा नहीं थी, इसलिए 22 लोगों जिसमं 8 पुरुष और 14 महिलाओं पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई।

एसडीएम न्यायालय में पेश किए गए आरोपियों में 8 लोगों को जेल भेज दिया गया। इनमें ग्राम खर्रा के हरख राम मेश्राम, गुंडरदेही निवासी भागीरथी निषाद और बिरेन्द्र निषाद, साहड़ा चौक के ओंकार सोनकर, सनौद थाना क्षेत्र के अगेश्वर निषाद, बागबाहरा के धनराज विश्वकर्मा, वार्ड-6 के पीयूष चंद्राकर और टिकेश्वर मेश्राम शामिल हैं। सभी को न्यायालय के आदेश पर ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया।

बताया जा रहा है कि इस प्रार्थना सभा में 5-6 पादरी भी शामिल थे। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर लिखित शिकायत दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। यह मामला जिले में नया नहीं है। इससे पहले डौंडी, डौंडीलोहारा, अर्जुन्दा, गुरूर और दल्लीराजहरा में भी अवैध प्रार्थना सभा और धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं।

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक से कड़ी कार्रवाई की मांग की। गुंडरदेही क्षेत्र के बजरंग दल के अन्य कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस कार्रवाई में सहयोग किया। जांच में यह भी सामने आया कि कई घरों को अवैध रूप से चर्च में बदल दिया गया था और कुछ घरों में बकायदा चर्च का नाम लिखकर संचालन किया जा रहा था। प्रशासन ने कहा है कि ऐसे मामलों पर सतर्कता बढ़ाई जाएगी और धर्मांतरण को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

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