9 साल से पढ़ा रहे शिक्षकों को वरीयता नहीं, कुलपति से की मुलाकात
रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक भर्ती को लेकर विवाद गहरा गया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा जारी नए विज्ञापन में 9 वर्षों से पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों को वरीयता नहीं देने पर शिक्षकों में नाराजगी है।
सोमवार को अतिथि शिक्षक कुलपति आईएएस महादेव कावरे से मिले और छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों का कहना है कि वे वर्षों से विश्वविद्यालय में सेवाएं दे रहे हैं, फिर भी बीच सत्र में नई भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी गई। विज्ञापन में उनके पदों को रिक्त दिखाया गया और पदों की संख्या भी कम कर दी गई।
शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों जैसे पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा विभाग की पॉलिसी के तहत पुराने शिक्षकों को वरीयता दी और बिना प्रक्रिया के ही पुनर्नियुक्त किया गया। लेकिन पत्रकारिता विश्वविद्यालय में इस नीति को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इस विषय पर पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. राजीव चौधरी ने कहा कि विभागीय निर्देशों के अनुसार पूर्व से कार्यरत शिक्षकों को प्रक्रिया से नहीं गुजारा गया। रिक्त पदों पर ही नए आवेदन मांगे गए।
वहीं कुलपति महादेव कावरे ने कहा कि शिक्षकों की शिकायत सुनी गई है, लेकिन सभी को भर्ती प्रक्रिया से गुजरना होगा। उन्होंने बताया कि कोई भेदभाव नहीं किया गया है और नियमों के तहत ही भर्ती की जा रही है। मामले को लेकर अब शिक्षकों में असंतोष और तेज होता जा रहा है।