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मनीष@बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी अपने विवादित बयान को लेकर इन दिनों खूब चर्चा में है.! दरअसल उन्होंने कहा था कि, भांग और गांजा का सेवन करने वाले गंभीर आपराधिक घटना जैसे हत्या और बलात्कार को अंजाम नहीं देते..! ऐसे अपराध को अंजाम देने वाले ज्यादातर लोग शराब का सेवन करते हैं । इस विषय को लेकर उन्होंने राज्य सरकार को घेरते हुए मीडिया ने जो बयान दिया वह तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने इस बात को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी सवाल उठाए थे, उन्होंने पूछा था कि, आखिरकार भांग और गांजा के सेवन करने वाले ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने हत्या बलात्कार जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दिया है। और अब छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार ने इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी को घेरने का प्रयास किया है। प्रदेश कांग्रेस की तरफ से बकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश बीजेपी पर आरोप लगाया गया कि वह छत्तीसगढ़ के युवाओं को नशे की खाई में ढकेल ना चाहते हैं।
छत्तीसगढ़ बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र के विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी का कहना है कि, ज्यादातर संगीन और गंभीर अपराध शराब की वजह से होते हैं ना कि भांग और गांजे की वजह से। ऐसे में सरकार को शराबबंदी के बारे में सोचना चाहिए और गांजा और भांग जैसे नशे को बढ़ावा देना चाहिए, इतना ही नहीं इस बात को लेकर उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में सवाल भी पूछे थे। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में पूछा था कि आखिरकार गांजा और भांग जैसे नशे के सेवन करने वालों ने कितने गंभीर अपराध जैसे की हत्या बलात्कार को अंजाम दी है ? इसी विषय को लेकर उन्होंने स्थानीय मीडिया में इसकी चर्चा की थी। और अब उनके इसी बयान को लेकर राज्य सरकार ने बीजेपी पर पलटवार किया है और छत्तीसगढ़ कांग्रेस की तरफ से बकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी विधायक और भारतीय जनता पार्टी की सोच पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने इस पूरे मामले को लेकर दिए गए बयानों के बाद खुद सफाई देते हुए स्पष्ट किया कि यह उनकी व्यक्तिगत सोच है।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बांधी के बयान से साफ हो गया कि भाजपा छत्तीसगढ़ को नशे की गर्त में धकेलने की साजिश में लगी है । जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब भाजपा के द्वारा शराब का सरकारी करन किया गया ।रमन राज में शराब के नशे को इतना प्रोत्साहित किया गया कि छत्तीसगढ़ प्रतिव्यक्ति शराब की खपत में देश मे नम्बर एक हो गया था । जिस शराब से प्रति साल 300 करोड़ राजस्व मिलता था वह 5000 करोड़ पहुच गया था । कांग्रेस सरकार ने शराब बंदी की जो कमेटी बनाई भाजपा ने उसमें अपने विधायक का नाम भी नहीं दिया ताकि शराब बंदी के प्रयास विफल हो जाय। कांग्रेस सरकार ने राज्य में शराब की खपत कम करने के लिये ठोस प्रयास किया। 70 से अधिक शराब दुकानों को बन्द किया ।शराब के दुष्परिणामो को बताने जन जागरण अभियान चलाया जा रहा जिसके फल स्वरूप छत्तीसगढ़ प्रतिव्यक्ति शराब की खपत में देश मे पहले से 18 वे स्थान पर आ गया है।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा की बांधी प्रदेश की वरिष्ठ राजनेता है उनको बयान देने से पहले यह गम्भीरता से मनन करना चाहिए कि जो वो बोल रहे है उसका समाज पर क्या प्रभाव पड़ेगा।