रायपुर। कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रहे वोट चोरी के खिलाफ अभियान को चरणबद्ध आंदोलन में बदलने की तैयारी कर ली है। 13 अगस्त को हुई ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में यह निर्णय लिया गया कि वोटर लिस्ट में कथित हेराफेरी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा। बैठक में “वोट चोर, गद्दी छोड़” नारे के तहत अभियान की रूपरेखा तय की गई।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 14 अगस्त की शाम 8 बजे सभी जिला मुख्यालयों में कैंडल लाइट मार्च निकाला जाएगा। इसके बाद 22 अगस्त से 7 सितंबर तक जिला मुख्यालय स्तर पर रैलियां आयोजित होंगी। वहीं, 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, जिसका लक्ष्य 5 करोड़ हस्ताक्षर जुटाना है। इन हस्ताक्षरों को बाद में चुनाव आयोग और राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।
पार्टी का कहना है कि इस आंदोलन का उद्देश्य लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करना और मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करना है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि मतदाता सूची में अनियमितताएं करके आम जनता के मतदान अधिकार से खिलवाड़ हो रहा है। पार्टी ने कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है, ताकि पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित हो सके।