बिजली–जमीन दर–धान और कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरने की रणनीति बनेगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले कांग्रेस आज (12 दिसंबर) अपना राजनीतिक मंथन करने जा रही है। राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और सभी वरिष्ठ विधायक शामिल रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, बैठक का मुख्य एजेंडा सरकार को सदन में घेरने की रणनीति तैयार करना है। कांग्रेस बिजली संकट, बढ़ी गाइडलाइन दरें, धान खरीदी में अव्यवस्था और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का मन बना चुकी है।
इन मुद्दों पर होगी विस्तृत चर्चा
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्य की मौजूदा समस्याओं को लेकर विपक्ष आक्रामक रुख में रहेगा—
- धान खरीदी में देरी, टोकन वितरण में अनियमितता
- बिजली बिल और कनेक्शन प्रक्रिया को लेकर जनता की बढ़ती परेशानी
- जमीन की गाइडलाइन दरों में बढ़ोतरी
- आदिवासियों और महिलाओं पर बढ़ते अपराध
- बिगड़ती लॉ एंड ऑर्डर
पार्टी का मानना है कि राज्य सरकार इन सभी मोर्चों पर विफल साबित हुई है। इसलिए सत्र का हर दिन सरकार से जवाब मांगने में जाएगा।
धान और जमीन दरों पर तीखे सवाल तय
धान खरीदी और परिवहन व्यवस्था की खामियों को कांग्रेस सदन में बड़ा मुद्दा बनाएगी। वहीं जमीन की नई गाइडलाइन दरों से आम जनता पर बढ़े आर्थिक बोझ को लेकर भी सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी है।
गृहमंत्री पर निशाना, कानून-व्यवस्था रहेगा केंद्र में
बैठक में बढ़ती आपराधिक घटनाओं, महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार जैसे मामलों को सत्र का प्रमुख मुद्दा बनाने पर सहमति बनेगी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रदेश में अपराधों को लेकर सरकार की जवाबदेही तय की जाएगी।
विपक्ष का दावा है कि भाजपा सरकार के “मोदी की गारंटी” वाले वादे कागज़ों तक सीमित हैं। इसी आधार पर सदन में तथ्यात्मक तरीके से घेराबंदी की योजना बनाई जा रही है।
