रायपुर। छत्तीसगढ़ में मारे गए नक्सली नेता माड़वी हिड़मा को लेकर कांग्रेस की यूथ राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रीति मांझी की सोशल मीडिया पोस्ट विवाद का कारण बन गई है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की रहने वाली प्रीति ने इंस्टाग्राम पर हिड़मा की फोटो शेयर करते हुए “लाल सलाम कॉमरेड” लिखा। पोस्ट वायरल होने के बाद जनता की प्रतिक्रियाओं के चलते इसे कुछ ही देर में हटा लिया गया।
हालांकि, पोस्ट के स्क्रीनशॉट तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गए और कांग्रेस पार्टी से जुड़े सवाल उठने लगे। इस पर कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि यह व्यक्तिगत विषय है और पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हिड़मा झीरम कांड का सूत्रधार था और पार्टी की नजर में वह एक हत्यारा था। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति का व्यक्तिगत पोस्ट हो सकता है, लेकिन कांग्रेस के लिए हिड़मा बस्तर में आतंक का पर्याय था और पार्टी की कोई संवेदना उसके साथ नहीं है।
विवाद बढ़ने पर प्रीति मांझी ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सीधे पोस्ट नहीं डाली थी, बल्कि एक स्टोरी शेयर की थी जिसमें एआई-जनरेटेड क्लिप थी। उनका उद्देश्य किसी नक्सली या हिंसक गतिविधि का समर्थन करना नहीं था, बल्कि आदिवासी इलाकों की समस्याओं और संघर्ष की ओर ध्यान आकर्षित करना था। मांझी ने कहा, “मैं गांधीवादी विचारधारा की हूं, संविधान का समर्थन करती हूं और नक्सलियों का पुरजोर विरोध करती हूं। मेरा व्यक्तिगत मत है कि नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में आएं।”
देश के सबसे खतरनाक नक्सली माने जाने वाले माड़वी हिड़मा को 18 नवंबर को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश सीमा पर मार गिराया गया था। वह माओवादी संगठन की केंद्रीय समिति का सदस्य था और उस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था। यूथ कांग्रेस पदाधिकारी के पोस्ट और हिड़मा के एनकाउंटर के बाद मामला राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है। पार्टी ने अपना रुख स्पष्ट किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर विवाद फिलहाल थमता नहीं नजर आ रहा है।
