कॉमनवेल्थ गेम्स 2030: भारत और नाइजीरिया के बीच होगी मेजबानी की टक्कर

दिल्ली। भारत को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए अब नाइजीरिया से प्रतिस्पर्धा करनी होगी। दोनों देशों ने 31 अगस्त 2025 की निर्धारित समय सीमा तक अपनी-अपनी औपचारिक बोलियाँ प्रस्तुत कर दी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अहमदाबाद को मेजबान शहर के रूप में प्रस्तावित किया है, वहीं नाइजीरिया ने भी खेलों की मेजबानी में रुचि दिखाई है। अब यह फैसला कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स (सीएस) के हाथ में है, जो दोनों प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगा।

सीएस ने जानकारी दी है कि मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत सितंबर के अंत में लंदन में दोनों देशों को व्यक्तिगत प्रस्तुतियाँ देनी होंगी। इस दौरान उनकी योजनाओं, ढांचे और संसाधनों का विस्तार से आकलन किया जाएगा। मूल्यांकन आयोग की अध्यक्षता सैंड्रा ओसबोर्न कर रही हैं।

कनाडा ने भी पहले बोली लगाने में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन बजटीय कारणों से उसने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया। ऐसे में अब भारत और नाइजीरिया ही 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की दौड़ में हैं।

सीएस के अध्यक्ष डोनाल्ड रुकारे ने भारत और नाइजीरिया दोनों के प्रस्तावों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस प्रतिस्पर्धा से राष्ट्रमंडल खेलों को बेहतर आयोजन स्थल और व्यापक पहुंच मिलेगी। भारत के लिए यह अवसर अहम है, क्योंकि देश लंबे समय बाद इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन की मेजबानी कर सकता है। वहीं, नाइजीरिया अफ्रीकी महाद्वीप पर पहली बार इस स्तर के आयोजन को लेकर उत्साहित है।

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