सीएम साय ने जयस्तंभ चौक में किया शहीद वीर नारायण सिंह को नमन

रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी और जननायक शहीद वीर नारायण सिंह की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी स्थित जयस्तंभ चौक पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वीर नारायण सिंह का जीवन त्याग, साहस और न्याय के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल है। अंग्रेजी शासन के अत्याचारों के विरुद्ध उन्होंने जिस अदम्य साहस से संघर्ष किया, वह छत्तीसगढ़ की गौरवशाली विरासत का अमर अध्याय है। मातृभूमि के प्रति उनका समर्पण और वंचित वर्गों के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी समाज को प्रेरित करती है।

उन्होंने कहा कि सोनाखान के ज़मींदार परिवार में जन्म लेने के बावजूद शहीद वीर नारायण सिंह सदैव किसानों, आदिवासियों और गरीबों के दुःख-संघर्ष के साथी रहे। वर्ष 1856 के भीषण अकाल में जब लोग भूख से त्रस्त थे, तब उन्होंने अनाज गोदाम का अनाज जरूरतमंदों में वितरित कर मानवता, करुणा और साहस का अमर उदाहरण प्रस्तुत किया। यह कदम केवल विद्रोह नहीं था, बल्कि अन्याय और शोषण के विरुद्ध ऐतिहासिक प्रतिरोध का स्वर था।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और जनप्रतिरोध के प्रतीक हैं। गरीबों और किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए उनका जीवन संघर्ष आने वाली पीढ़ियों को सदैव राष्ट्रभक्ति और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके आदर्शों के अनुरूप छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक पुरन्दर मिश्रा, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी, वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा समेत अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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