चीन ने सख़्त कोविड पाबंदियों में दी ढील, बीते सप्ताह हुए थे विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली. भारी विरोध प्रदर्शनों के एक हफ़्ते बाद चीन ने अपनी सख़्त कोविड पाबंदियों में ढील दी है. संक्रमित लोगों को अब क्वॉरंटीन कैम्पों में रहने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और वो घर पर ही आइसोलेशन में रह सकते हैं. हालांकि, ये नियम उनके लिए हैं जिनमें हल्के या कोई संक्रमण न दिखें.

अब चीन में हर जगह जाने के लिए निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट की भी ज़रूरत नहीं है. हालांकि, स्कूलों और अस्पताल के लिए पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. नए बदलावों से चीन के नागरिकों ने राहत ज़रूर महसूस की है लेकिन अचानक आए इस बदलाव ने उनके मन में चिंता भी बढ़ा दी है.बुधवार को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने कोविड पाबंदियों में कई बदलावों का एलान किया.

मसलन, लॉकडाउन जैसी पाबंदी सिर्फ़ प्रभावित इलाके, इमारतों में लगाई जाएगी. पहले संक्रमित पाए गए लोगों के आस-पास बड़े इलाकों में लॉकडाउन लगाया जा रहा था. वहीं, कई शहर भी लॉकडाउन में थे. साथ ही अधिक जोख़िम वाले इलाकों के तौर पर चिह्नित किए गई जगहों पर अगर पांच दिनों के अंदर नया मामला नहीं मिलता है, तो लॉकडाउन हटा दिया जाएगा.

अगर किसी स्कूल में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित नहीं पाए जा रहे हैं तो परिसर बंद नहीं किया जाएगा. नए बदलावों में फ़ायर एग्ज़िट और दरवाजों को ब्लॉक करने पर भी सख़्त प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही लोगों को आपात चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया है.

चीन के उरुमची में एक इमारत में आग लगने से 10 लोगों की मौत के बाद ही प्रदर्शन शुरू हुए थे. ऐसा माना गया कि कोविड से जुड़ी सख्त पाबंदियों की वजह से लोग इमारत से बाहर नहीं भाग सके. हालांकि, चीन ने इस दावे को खारिज किया था.

Exit mobile version