मीनू साहू@बालोद. छत्तीसगढ़ में बेहतर स्वास्थ्य के लिए मुख्यमंत्री द्वारा जगह-जगह अस्पताल खोला गया है जिसमें बेहतर इलाज भी हो रहा है परंतु स्वास्थ्य मंत्रालय की लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से अधिकारी बेकाबू हो गए हैं और अपने कर्तव्य भूल कर अन्य कामों में लगे रहते हैं जिनसे कई जगह लोगों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है ऐसा ही एक मामला बालोद जिला के ग्राम बड़गांव में घटित हुआ। जिनसे अस्पताल बंद होने से एक बच्चे की जान ही चली गई। फिर भी बालोद जिला का स्वास्थ्य विभाग कुंभकरनी नींद में सोया हुआ है. शिकायत करने पर भी यह कह कर टाल देता है कुछ भी कर लो हम अपने मनमर्जी से चलाएंगे जब चाहे अस्पताल खोलेंगे जब चाहे बंद रखेंगे ऐसे निरंकुश अधिकारियों का क्या उपाय है यह तो प्रशासन ही जाने परंतु मूलभूत सुविधा देने में जिला स्वास्थ्य विभाग न काम हो रहा है ऐसे कई जगह जीता जागता उदाहरण है।हमेशा संदेह के घेरे में रहने वाले बालोद के स्वास्थ्य विभाग पर एक बार फिर परेशानी के बादल विभाग में लगातार कई बार गड़बड़ी के चलते विवादित होता है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बना बच्चे के मौत का कारण, शिकायत करने पर देते है उल्टा जवाब…
