रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में “अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना” का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रदेश के निर्माण श्रमिकों के बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने चयनित बच्चों का सम्मान करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दीं और घोषणा की कि अगले शैक्षणिक सत्र से 200 बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि श्रमिक अपने परिवार के लिए सीमित समय और संसाधन दे पाते हैं, लेकिन उनके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए यह योजना मार्गदर्शक साबित होगी। योजना के तहत बच्चों को कक्षा 6वीं से 12वीं तक श्रेष्ठ आवासीय विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त होगी, जिसमें उनका पूरा खर्च श्रम विभाग वहन करेगा। इसमें सीबीएसई और आईसीएसई पाठ्यक्रम के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।
कार्यक्रम में श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि इस योजना से बच्चों का भविष्य संवारने में मदद मिलेगी और श्रमिकों के बच्चे केवल मजदूरी न करके अधिकारी और देशसेवा में योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा निःशुल्क कोचिंग योजनाएँ भी संचालित की जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष डॉ. रामप्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में श्रमिक बच्चों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। राज्य में लगभग 30 लाख पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे अब बेहतर विद्यालयों में पढ़ सकेंगे।
कार्यक्रम में श्रम विभाग के सचिव श्री हिम शिखर गुप्ता, संयुक्त सचिव श्रीमती फरिहा आलम, और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने श्रमिक परिवारों के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और योजना के महत्व पर जोर दिया।