रायपुर। खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला अब राजनांदगांव जिले से अलग होकर एक नए प्रशासनिक इकाई का स्वरूप लेगा। खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला का क्षेत्र लंबे समय तक नक्सल प्रभावित रहा है। प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण होने से शासन-प्रशासन इन क्षेत्रों में जनसामान्य के और निकट पहुंचेगा। इस नए जिले का आगाज 3 सितम्बर को होने जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दोपहर 1 बजे खैरागढ़ स्थित राजा फतेह सिंह खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के नवगठित 31वें जिले ‘खैरागढ़-छुईखदान-गंडई’ का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर वे 364 करोड़ 56 लाख रूपए के 95 विकास कार्यो की सौगात भी देंगे। इसके अलावा 213 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 37 लाख 48 हजार रूपए की सामग्री का वितरण करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद नए जिले निर्माण के गठन के लिए राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित हो गई है। जिला प्रशासन द्वारा जहां जालबांधा को उप तहसील का दर्जा दिया गया। वहीं साल्हेवारा को तहसील का दर्जा देने के लिए राजपत्र में अधिसूचना जारी की गई है। इन कार्यो से जनसामान्य में उत्साह एवं हर्ष व्याप्त है। आने वाले समय में आम जनता को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा और इन क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन होंगे तथा तीव्र गति से विकास होगा। नया जिला बनने से जनआकांक्षाओं को अभिव्यक्ति मिली है और नई उम्मीद और नई संभावना के रास्ते खुले हैं। खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला सघन वनों से आच्छादित है और प्रचुर मात्रा में वन संपदा से समृद्ध है।
मुख्यमंत्री करेंगे खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई नवगठित जिले का शुभारंभ, उम्मीद और संभावना के रास्ते खुलेंगे
