मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सुदूर वनांचल में समाधान शिविर, जनसेवा का अनूठा उदाहरण

रायपुर। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के दूरस्थ ग्राम बिजराकछार पहुंचे। घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे इस क्षेत्र में पहली बार किसी मुख्यमंत्री के आगमन से ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी। यह क्षेत्र आदिवासी और बैगा विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल है।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ महतारी और सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्वलित कर समाधान शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने डिंडोरी में नए कॉलेज, खुड़िया में पीएचसी के उन्नयन और लोरमी में छात्रावास निर्माण की घोषणाएं कीं। उन्होंने आत्मीयता से ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और योजनाओं की जानकारी दी।

हितग्राही लाभ वितरण

मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सामग्री वितरित की। इनमें शामिल थे:

पीएम की गारंटियां हो रही पूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। 13 दिसंबर को ही पहली कैबिनेट में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए। धान खरीदी 3100 रु. प्रति क्विंटल की दर से हो रही है। तेंदूपत्ता की खरीदी दर भी 5500 रु. प्रति बोरा की गई है।

सरकारी सेवाओं की पहुँच और समाधान
बिजराकछार क्लस्टर में 7,970 में से 7,964 आवेदनों का निराकरण किया गया। पीएम आवास के सर्वाधिक 1,977 आवेदन मिले, जिनमें 1,469 नए नाम जुड़े। विभिन्न योजनाओं के तहत 116 भूमि सुधार, 20 डबरी निर्माण, 25 नए जॉब कार्ड व 142 महतारी वंदन पंजीयन किए गए। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने सरकार की योजनाओं और प्रतिबद्धता को दोहराया। ग्रामीणों ने सरकार के इस सेवा भाव की सराहना की, जो विकास को गांव-गांव पहुंचा रही है।

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