रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं श्रमिक-किसान आंदोलनों के अग्रदूत ठाकुर प्यारेलाल सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। उन्होंने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह छत्तीसगढ़ की माटी के ऐसे महान सपूत थे, जिन्होंने आजीवन देश की आज़ादी, सामाजिक न्याय और श्रमिकों-किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह जी छत्तीसगढ़ में श्रमिक, किसान और सहकारी आंदोलन के प्रणेता माने जाते हैं। छात्र जीवन से ही वे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े रहे और ब्रिटिश शासन के अत्याचारों के विरुद्ध निर्भीकता से आवाज बुलंद की। उनका जीवन त्याग, साहस और जनसेवा का प्रेरणादायी उदाहरण है। उन्होंने शोषित, वंचित और श्रमिक वर्ग को संगठित कर उनके अधिकारों के लिए सतत संघर्ष किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह का योगदान केवल स्वतंत्रता आंदोलन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने सामाजिक चेतना और जनआंदोलनों के माध्यम से छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और सामाजिक विकास को नई दिशा दी। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को समानता, न्याय और श्रम की गरिमा का संदेश देते हैं।
मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे ठाकुर प्यारेलाल सिंह जी के विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाते हुए सामाजिक समरसता, राष्ट्र निर्माण और जनकल्याण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं।
