रायपुर। (Chhattisgarh) जो परेशानी में किसी की सहायता करें वो इंसान किसी मसीहा से कम नहीं होता है. जी हां हम बात कर रहे सोनू सूद की कोरोना काल में मजदूरों को घर पहुंचाने की बात हो, या किसी के मदद की। जिसने सोनू सूद से जो मांगा उन्होंने दिया।
(Chhattisgarh) एक बार सोनू सूद की वजह से एक युवक को नई जिंदगी मिल गई। 12 साल से बिस्तर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे अमन को आज एक नई जिंदगी मिल गई। और ये मुमकिन हो पाया सोनू सूद की वजह से। (Chhattisgarh) पैसों की किल्लत की वजह से एक मां-बाप अपने बेटे को बिस्तर पर तड़पता देखते रहे। लेकिन मजबूर थे. करते तो क्या। किराये का घर और ऑटो चलाकर जैसे तैसे घर का खर्च चलता था। ऐसे में बेटे को महंगा इलाज कैसे देते।
लेकिन अमन ने बिस्तर पर लेटे हुए एक कोशिश की जिसके चलते अब अमन जल्द ही अपने पैरों पर खड़ा हो सकेगा। अमन के माता पिता सोनू सूद और डॉक्टर अश्वनी की तारीफ करते नहीं थकते। क्योंकि इन दोनों की बदौलत ही तो अमन से जुड़े उनके सपने सब हकीकत में बदलेंगे।
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अमन का सोनू सूद के माध्यम से करनाल के विर्क हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जन डॉक्टर अश्वनी की देख रेख में इलाज हुआ। अमन के मुंह के रास्ते रीढ़ की हड्डी की सर्जरी हुई जो कई घंटे चली। लेकिन अब अमन की मुस्कुराहट खुद उसका भविष्य बता रही है।
अमन को नई जिंदगी देने वाले डॉक्टर अश्वनी अब तक करीब 1 हजार सिर ओर रीढ़ की हड्डी की सर्जरी कर चुके है। खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि सोनू सूद के कारण उन्हें ऐसे लोगों की मदद का मौका मिला जिन्हें मदद की सख्त जरूरत थी।