Chhattisgarh: महासमुंद रवाना होने से पहले सीएम बघेल ने पत्रकारों से की चर्चा, किसानों के महाबंद को समर्थन देते हुए कहा- छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी हमने बिल पारित किया, राजभवन से कुछ नहीं हुआ

रायपुर।  (Chhattisgarh) महासमुंद के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महासमुंद के मचेवा में आयोजित चंद्रनाहूं कुर्मी क्षत्रिय समाज के अधिवेशन का न्योता मिला है. जिसमें शामिल होने जा रहे हैं.

(Chhattisgarh) राज्योत्सव और आदिवासी नृत्य महोत्सव पर कहा कि आदिवासी नृत्य महोत्सव प्रतिवर्ष आयोजित करने की घोषणा पिछले वर्ष हुई थी। आदिवासी नृत्य महोत्सव के साथ राज्योत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें छत्तीसगढ़(Chhattisgarh)  के कलाकारों के साथ ही बाहर के कलाकार भी शामिल होंगे। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार हटकर कार्यक्रम किए जाएंगे। आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से अन्य राज्यों से आए कलाकारों की अर्थव्यवस्था जानने की भी कोशिश होगी। जिसमें परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा। इस बार के आयोजन में नवीनता देखने को मिलेगी।

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किसानों के महाबंद पर सीएम ने क्या कहा

27 सितंबर को होने वाले किसानों के महाबंद को समर्थन देते हुए कहा केंद्र सरकार के तीनों कानूनों के खिलाफ सबसे पहले राहुल गांधी ने रैली निकाली थी। जिसके बाद पंजाब हरियाणा के किसान और अलग-अलग राज्यों के किसानों ने आंदोलन किया। छत्तीसगढ़ के किसान भी शामिल हुए। इसके खिलाफ छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी हमने बिल पारित किया था, लेकिन राजभवन से कुछ नहीं हुआ है।

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दिव्यांग बच्ची से बलात्कार मामले में सीएम ने कहा- कार्रवाई हुई

जशपुर में हुए दिव्यांग बच्ची से दुष्कर्म मामले पर कहा कि मामले में कार्रवाई हुई है पर इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो इसकी कोशिश हमारी रहेगी।

नक्सल राज्यों की बैठक पर दिया ये बयान

केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा नक्सल राज्यों की बैठक में शामिल ना होने के सवाल पर कहा कि कुर्मी क्षत्रिय समाज के आयोजन के लिए पहले ही समय दे दिया गया था। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के संदर्भ में लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात होती रहती।  बीजेपी शासन काल में जहां नक्सली थे आज वहां विकास की बयार बह रही है अलग-अलग विकास कार्य हो रहे हैं। आधार कार्ड राशन कार्ड हेल्थ कार्ड से लेकर तमाम सुविधाएं रोजगार जैसी सुविधाएं देने का कार्य हम कर रहे हैं आज नक्सली सिमट गए हैं।

60 साल की उम्र में कका बन गए, यह युवाओं का प्यार

सोशल मीडिया पर छाए कका जिंदा है पर कहा राजनीति में युवा नाम देते हैं, कभी भैया कहकर बुलाते हैं तो कभी कुछ और आज 60 साल की उम्र में कका बन गया यह युवाओं का प्यार है

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