बिपत सारथी@गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। (Chhattisgarh) मरवाही वनमंडल के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कोदवाही के जंगल में वन विभाग द्वारा प्लांटेशन में पानी सिंचाई,छिलाई का कार्य चल रहा है। जिसमें 100 से ज्यादा मजदूर कार्यरत हैं। वहीं एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां नियमों को ताक पर रखकर लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के समय में नाबालिग बच्चों,छात्रों से भी काम करवाया जा रहा है। (Chhattisgarh) सबसे बड़ा सवाल कि जब यह नाबालिग बच्चे काम कर रहे हैं तो इनकी मजदूरी का भुगतान भी इन्हीं को मिलना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं है सरकारी काम के रिकॉर्ड में नाबालिक मजदूरों का नाम नहीं डाला जा सकता। (Chhattisgarh) तो कहीं न कहीं बच्चो से काम कराकर मजदूरी राशि में भी डाका डालने का काम किया जा रहा है।
हैरान करने वाली बात यह है की इस काम को खुद मरवाही वनमंडल के धनपुर सर्कल उप वनपरिक्षेत्र अधिकारी मानसिंह श्याम के द्वारा कराया जा रहा है। जहां समय-समय पर जाकर जांच भी करते हैं। तो क्या ये जिम्मेदार अधिकारी इस बात की जानकारी नही रखते।
18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम करवाना कानूनन अपराध है, वहीं इस मामले में डिप्टी रेंजर मानसिंह श्याम से जानकारी ली गई। पहले उन्होंने इस बात से इनकार किया। फिर गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा की गांव में इतना चलता है। किसी की तबियत खराब हो कोई काम पड़ जाए तो अपने घर के लोगों को भेज देते हैं। वहीं नाबालिग छात्रों ने भी कहा कि डिप्टी साहब कार्यस्थल में आते हैं और देखकर चले जाते हैं।
वही सरकारी योजनाओं में नाबालिग बच्चों द्वारा काम किया जाना सरकारी रोजगारमूलक कार्यों में भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा है और इन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा रोजगारमूलक कार्यों में पलीता लगाया जा रहा है।