रायपुर। (Chhattisgarh Assembly Session) आज सदन में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी की नियुक्ति का सवाल उठा। केशकाल विधायक संतराम नेताम में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी के खाली पड़े तीनों पदों पर नियुक्ति ना होने पर सवाल उठाए। आरोप लगाते हुए विधायक ने कहा कि 2017 में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी के लिए 348 पदों पर विज्ञापन जारी हुआ। 2017 अगस्त में परीक्षा हुई, और 2018 में रिजल्ट आया।
(Chhattisgarh Assembly Session) जिसके बाद नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई. यहां जीएडी ने नियुक्ति को लेकर एक नियम निकाला। इस नियम के तहत नियुक्ति की वैधता 1 साल होगी। (Chhattisgarh Assembly Session) अब नियुक्ति प्रक्रिया के तहत पहले 330 पदों पर भर्ती हुई, लेकिन 18 पद रिक्त रह गये।
बाद में अधिकारियों ने मनमर्जी तरीके से विज्ञापन के एक साल बाद फिर से रिक्त पदों पर भर्ती का आवेदन जारी किया, इसमें 18 पदों पर भर्तियां होनी थी, लेकिन सिर्फ 12 पदों पर ही आवेदक आये, लेकिन 6 पद फिर खाली रह गये।
विज्ञापन के एक साल के अंदर फिर अधिकारियों ने मनमाने तरीके से रिक्त 6 पदों पर विज्ञापन जारी कर दिया, जिसमें 3 पदों के लेकर भर्तियां होगी, और 3 पद रिक्त रहेगे।
संतराम नेताम ने कहा कि मेरिट सूची में बाकी बचे 3 पदों के लिए एक दिव्यांग सहित तीन आवेदक दो साल से विभाग के पास भटक रहे हैं लेकिन नियमावली का हवाला देकर उनके लिए नियुक्तियां नहीं निकाली जा रही है।
विधायक संतराम नेताम ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उद्यानिकी विभाग के डायरेक्टर सहित तमाम लोगों के पास उन्होंने खुद जाकर गुहार लगाई, लेकिन नियुक्ति को लेकर नियमावली का हवाला देकर अधिकारी टाल मटोल अपनाते रहे। नेताम ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने इस मामले में घोर लापरवाही बरती है।
इस मामले में मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन में घोषणा की बाकी बचे तीनों पदों पर बाकी बचे तीनों आवेदकों की भर्तियां होगी, वहीं डायरेक्टर के खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी किया जायेगा। मंत्री रविंद्र चौबे की इस घोषणा के बाद सदन में उनके ऐलान का स्वागत भी किया गया।