दुर्ग में पनीर फैक्ट्री का केमिकल युक्त पानी बना ग्रामीणों की मुसीबत, खेत बंजर; बदबू से बीमार हो रहे लोग

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के कपसदा गांव में पनीर फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी के कारण ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

कैवल्य फ्रेश नामक इस फैक्ट्री के खिलाफ ग्रामीणों ने पंचायत में बैठक कर विरोध जताया और चेतावनी दी कि अगर फैक्ट्री प्रबंधन ने एक महीने में स्थिति नहीं सुधारी तो फैक्ट्री को बंद करवा दिया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री से निकलने वाला बदबूदार पानी खेतों और तालाबों में छोड़ा जा रहा है, जिससे खेत बंजर हो गए हैं और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं। स्कूली बच्चों के बेहोश होने और उल्टी जैसी शिकायतें भी सामने आई हैं।

फैक्ट्री संचालक ने हटाने का दिया आश्वासन

फैक्ट्री संचालक प्रियेश गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा कि फैक्ट्री में दूध, दही, पनीर और घी का उत्पादन किया जाता है और यहां से निकलने वाला पानी ट्रीटमेंट के बाद खेतों में डाला जाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि अधिक समय तक पानी जमा रहने से बदबू आ रही है और आश्वासन दिया कि एक महीने में इसे हटाया जाएगा।

टैंकरो से केमिकलयुक्त पानी ले जाने का आरोप

ग्रामीणों ने फैक्ट्री से रात में केमिकल युक्त पानी टैंकरों में भरकर बाहर ले जाने का भी आरोप लगाया है। हाल ही में उन्होंने एक टैंकर को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। इस पूरे मामले में गांववालों ने सुशासन तिहार के दौरान भी शिकायत दर्ज करवाई है और प्रशासन से फैक्ट्री की जांच कराने और समस्या के समाधान की मांग की है। सरपंच भूपेंद्र कुंवर ने फैक्ट्री को एक महीने की मोहलत देते हुए चेतावनी दी है कि तय समय में सुधार नहीं होने पर कड़ा कदम उठाया जाएगा।

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