मोतियाबिंद सर्जरी में फिर लापरवाही! बीजापुर के 9 मरीजों की आंखों में गंभीर संक्रमण, एक का कार्निया ट्रांसप्लांट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मोतियाबिंद सर्जरी में लापरवाही सामने आई है। बीजापुर के 9 मरीजों की आंखों में पोस्ट-ऑपरेटिव एंडोफ्थालमाइटिस जैसा गंभीर संक्रमण मिलने से प्रदेशभर में चिंता बढ़ गई है। सभी मरीजों को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका दोबारा ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों को आशंका है कि इस बार भी सर्जरी के दौरान इस्तेमाल की गई दवाएं या उपकरण ही संक्रमण की वजह हो सकते हैं।

डॉ. निधि पांडेय ने बताया कि पहले हफ्ते में सभी मरीज बेहतर थे, लेकिन दूसरे हफ्ते में जांच के दौरान संक्रमण तेजी से बढ़ा हुआ मिला। यह संक्रमण आंख के अंदरूनी हिस्सों—विट्रियस और एक्वस ह्यूमर—तक फैल चुका था। सभी 9 मरीजों में एक साथ संक्रमण होना गंभीर सवाल खड़ा करता है। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है।

एक मरीज की स्थिति सबसे गंभीर थी। संक्रमण इतना बढ़ गया कि उसकी पुतली गलने लगी। उसे तत्काल कार्निया (पुतली) ट्रांसप्लांट किया गया। छह मरीजों की विट्रेक्टोमी सर्जरी हुई है और सभी को इंट्राविट्रियल इंजेक्शन दिए गए हैं। एक मरीज की आंख ठीक है और उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।

यह घटना प्रदेश में लगातार हो रही लापरवाहियों की कड़ी को फिर उजागर करती है। पिछले 14 साल में यह 9वीं बड़ी घटना है। 2011 से 2018 के बीच 141 मरीजों की आंखों की रोशनी दवाओं की खराब क्वालिटी के कारण गई थी। 2022 और 2024 में भी ऐसे मामले सामने आए। बीजापुर का मामला भी उसी पैटर्न पर दिख रहा है, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर सवाल उठने लगे हैं।

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