CAG की रिपोर्ट सदन के पटल पर पेश… बिना किसी काम के उपकरण की खरीदी, 97.93 करोड़ की बिना परीक्षण दवाओं की खरीदी…ये अनियमितता आई सामने…

रायपुर। मानसून सत्र के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जानकारी दी गई। इस दौरान भर्ती से लेकर दवाओं की उपलब्धता समेत अनेक बिंदुओं पर हुए CAG की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा गया। ये खरीदारी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में करने के साथ-साथ 2017 में भी की गई थी।

दवाओं एवं उपकरण की खरीदी में गड़बड़ी

सीजीएमएससीएल ने टेलरमेड स्पेसिफिकेशन के आधार पर दवाओं एवं उपकरणों की खरीदी के मामले भी सामने आए हैं। उपकरणों की खरीदी थोक के बजाय सांकेतिक क्रम में दर्शाया गया। इस दौरान दरों का ना ही आंकलन किया गया जबकि और अधिक दरों पर उसकी खरीदी भी की गई। बिना किसी सुनिश्चित्ता के अनुरूप उपकरण की खरीदी की गई। इस वजह से 49.68 करोड़ के उपकरण खराब पड़े हैं। जिनका कोई काम भी नहीं हैं। जबकि आवश्यकता/उपलब्धता/आवश्यक अधोसंरचना/ पुर्जों/रिजेंटो को ध्यान में रखकर खरीदी की जानी थी। लेकिन खरीदी के दौरान सभी नियमों को ताक पर रखा गया। यहीं नहीं सीजीएमएससीएल ने ब्लैक लिस्टेड फर्मों से 23.98 करोड़ की दवाओं की भी खरीदी की। वहीं गैरमानक गुणवत्ता वाली दवाओं का प्रतिस्थापन करने में भी विफल रही। और न ऐसे आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ 24.60 लाख के …….. की वसुली वसूली भी नहीं की गई।

चाहे कोविड के वक्त दवाओं की खरीद हो या ऑक्सीजन सारी जानकारी डिटेल के साथ दी गई हैं। यहां तक की बिना किसी जरूरत के उपकरण की खरीदी की गई। जो आज कबाड़ बन गए। यहां तक ब्लैक लिस्टेड फर्मों से दवाइयां भी खरीदी की गई इसके साथ ही नमूना जांच में लापरवाही बरती गई हैं। जानकारी के मुताबिक 14 सीएचसी में जरूरी 149 ईडीएएल दवाओं में से 39 दवाएं उपलब्ध नहीं कराई गई। जहां नमूने का जांच होता है वहां कूलिंग की कमी देखी गई , इसकी वजह से दवाओं की प्राथमिकता और गुणवता में कमी दर्ज की गई। इसमें कोविड 19 से संबंधित वस्तुओं के खरीदी में अनियमिताएं पाई गई। सीजीसीएमएससीएल ने कोविड की अनुसंशा के बिना 23 करोड़ से अधिक की खरीदी की,जो कि अनियमित था। सीजीएमएससीएल छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियम के अनुरूप क्रय नियमावली तैयार करने में विफल रही। जिसके कारण कई मामलों में सीजीएमएससीएल का उल्लघंन करते हुए खरीदा गया। साल 2018-22 के दौरान मांग की गई मात्रा से आवश्यक दवाओं का प्रतिशत 48.82 प्रतिशत था..जिसके लिए आरसी को अंतिम रूप नहीं दिया गया। ये हुआ कि -2017-22 के दौरान 97.93 करोड़ की बेफिजूल दवाओं की खरीदी की गई।

अनुशंसाएं:

स्वास्थ्य संस्थानों को निर्बाध आपूर्ति के लिए दवाओं, औषधियों एवं उपकरणों के केंद्रीकृत क्रय में समयबद्धता को सुनिश्चित करें..

क्रय में एकरूपता एवं मितव्ययता बनाए रखने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले उपकरणों के लिए मानक सामान्य स्पेसिफिकेशन तैयार करें..

CGSPR के अनुसार क्रय मैनुअल तैयार करें

परीक्षण उपकरणों की निविदाओं का मूल्यांकन इस प्रकार करें कि केज़्यूमबल सामग्रियों /रिजेंटो की लागत पर विचार किया जाए..

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