नई दिल्ली। (BSF) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान राज्य में आई प्राकृतिक आपदाओं पर मुआवजे और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के राज्य में दखल का मुद्दा उठाया ।
बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया कि सीमा सुरक्षा बल को ज्यादातर ताकत मिलेगी, तो इससे राज्य में कानून-व्यवस्था पर असर पड़ेगा। ऐसे में ये ध्यान रखना चाहिए कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय होता है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने बंगाल समेत तीन राज्यों में BSF का कार्यक्षेत्र बढ़ाया है. नए निर्देश के अनुसार बीएसएफ सीमा से 50 किमी अंदर तक बिना किसी अनुमति के तलाशी अभियान चलाने से लेकर संदिग्धों को गिरफ्तार तक कर सकता है. पहले यह सीमा 15 किमी तक ही थी. इस निर्देश का ममता सरकार पुरजोर विरोध कर रही है. वैसे तो विरोध करने वालों में पंजाब में कांग्रेस और अकाली दल भी शामिल हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस सबसे अधिक परेशान है.
आने वाले दिनों में विवाद के गहराने की आशंका जताई जा रही है. बांग्लादेश की बंगाल से 2,216 किलोमीटर की सीमा लगती है. सूबे के नौ जिले कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद, नदिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना की सीमा से बांग्लादेश सटा है। इन जिलों की सीमा की सुरक्षा के लिए बीएसएफ के दो फ्रंटियर बंगाल के उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में तैनात हैं.