रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) 2 जुलाई को रायपुर के अग्रसेन धाम में एक दिवसीय “युवा संसद” कार्यक्रम आयोजित करेगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के युवा प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह जानकारी भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी आलोक डंगस ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को आपातकाल (1975) के दौर की सच्चाई से अवगत कराना है। आलोक डंगस ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटा था। लाखों लोगों को जेल में डाला गया और प्रेस की आजादी पर भी रोक लगा दी गई।
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को जानना जरूरी है कि कैसे कांग्रेस सरकार ने अपने निजी फायदे के लिए लोकतंत्र का दमन किया। मीडिया पर सेंसरशिप लगाई गई, विरोध करने वाले अखबारों के दफ्तरों में आग तक लगा दी गई। विपक्षी नेताओं, आम नागरिकों और छात्रों को जेल में डालकर अत्याचार किए गए। भाजयुमो ने बताया कि इसी विषय पर मॉक पार्लियामेंट (युवा संसद) का आयोजन किया जा रहा है, ताकि युवा लोकतंत्र की अहमियत समझें और इतिहास से सबक लें।
इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और मंत्रिमंडल के सदस्य शामिल होंगे। समापन सत्र में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मुख्य अतिथि होंगे। पत्रकार वार्ता में भाजयुमो प्रदेश महामंत्री अंकित जायसवाल, उपाध्यक्ष भूपेंद्र नाग, मंत्री पीयूष ठाकुर, गौरी गुप्ता और मीडिया प्रभारी विकास मित्तल सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।