मीना बाजार के आयोजन को लेकर भाजपा के तेवर तल्ख, प्रशासन को कांग्रेस पार्टी का बताया गुलाम… आखिर क्या है पूरा मामला

नितिन@रायगढ़:.कोरोना महामारी के दो साल बाद शहर में मीना बाजार का आयोजन किया जा रहा है।आगामी 15 दिनों तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन महापौर जानकी काटजू और नगर निगम के कांग्रेसी जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मीना बाजार का उद्घाटन किया गया था।

हालांकि उद्घाटन के कुछ घंटे बाद ही कलेक्टर रायगढ़ रानू साहु ने कोविड गाइड लाइन का हवाला देते हुए यह निर्देश जारी किया कि वर्तमान में जिस तरह से कोविड संक्रमण के मामले बढ़ रहे है. ऐसे में किसी भी क्षेत्र में पांच संक्रमित मिलने पर उसे केंटेनमेंट जोन में बना दिया जाएगा।

दो साल बाद मीना बाजार के लगने से उत्साह का माहौल

इधर शहर वासियों में दो साल बाद मीना बाजार के लगने से उत्साह का माहौल है जबकि भाजपा इसे आड़े हाथों ले रही है। उनका कहना कि श्रेय लेने की होड़ में आगे रहने वाले कांग्रेस लोगों की जान और भविष्य दोनों से खिलवाड़ कर रही है। राज्य और शहर में जिस तरह से कोरोना, स्वाइन फ्लू और मंकी वायरस फैल रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए किसी भी बड़े समाजिक और धार्मिक आयोजनों से प्रशासन को परहेज करना चाहिए था। मगर दो साल बाद मीना बाजार के लगने से उत्साह का माहौल प्रशासन सत्ता धारी पार्टी कॉग्रेस के गुलाम की तरह व्यवहार कर रही है। ये गलत है। शहर और जिले में महामारी के मरीज बढ़ने लगे तो उस आपात स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार होगा?

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