रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा सोशल मीडिया पर कांग्रेस को लगातार घोटालों के आरोपों से घेर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और अधिकारी सौम्या चौरसिया को टारगेट किया जा रहा है। पोस्टर और वीडियो शेयर कर शराब घोटाला, पीएससी घोटाला और अन्य कथित भ्रष्टाचार के मामलों का जिक्र किया जा रहा है। इन पोस्टर में कांग्रेस नेताओं को नाले, जेल और बंद कमरों में चर्चा करते हुए दिखाया गया है।
कांग्रेस ने भाजपा के इस कदम पर कहा कि साय सरकार की कोई उपलब्धियां नहीं हैं, जिसे बखान किया जा सके। इसलिए भाजपा कांग्रेस नेताओं और उनके परिजनों के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डाल रही है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने इसे “ओछी राजनीति” करार दिया। वहीं भाजपा प्रवक्ता दीपक उज्जवल ने कहा कि जिस पार्टी ने राजनीति से शुचिता खत्म कर दी, उसके नेताओं को भाजपा के किसी पोस्ट पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
बीजेपी सोशल मीडिया पोस्टर्स में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, उनके रिश्तेदार और IAS अधिकारियों को निशाना बना रही है। ‘भ्रष्टाचार की जड़’, ‘जनता से विश्वासघात’ जैसे हैशटैग ट्रेंड कराए जा रहे हैं। कई जिलों में भाजपा कार्यकर्ता पोस्टर चिपकाकर कांग्रेस को घेरने की रणनीति अपना रहे हैं।
प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों के अनुसार, यह अभियान सीबीआई, ईओडब्ल्यू और एसीबी की कार्रवाई के बाद तेजी से बढ़ा है। इसका उद्देश्य जनता में संदेश देना है कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुए घोटालों में पूर्व सीएम और उनके करीबी शामिल रहे।
बीजेपी के पोस्टर में शराब घोटाले का मुख्य आरोपी चैतन्य बघेल दिखाया गया है और कांग्रेस में आपसी कलह व रैली में पैसे बांटने के आरोपों का जिक्र किया गया है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि चुनावी मौसम में सोशल मीडिया पर यह वार-पलटवार पहले भी दिखाई देता रहा है, लेकिन अब यह और तीव्र हो गया है।